मेघालय में घूमने की जगह:
मेघालय संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना हैं मेघ और आलय अर्थात बादलों का घर जो की अपने नाम के को पूरी तरह से सार्थक करता है| आइए इस “मेघालय में घूमने की जगह” लेख में जानते हैं मेघालय की भोगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए मेघालय में घूमने की जगह तथा उनके बारे में|
21 जनवरी 1972 को असम के दो जिले को अलग कर मेघालय राज्य का केंद्र सरकार द्वारा गठन हुआ| पूर्वोत्तर भारत के सेवन सिस्टर राज्यों में से एक मेघालय में घूमने की जगह में अधिकाशं प्रक्रति दवारा निर्मित है, इसलिए मेघालय प्रक्रति से प्रेम करने वालो के लिए स्वर्ग समान है| मेघालय झील, झरने, गुफाओं तथा सुन्दर घाटियों से भरा पड़ा है| मेघालय में आज भी काफी स्थान ऐसे हैं जहाँ पर बहुत कम लोग पहुँच पाते हैं, जिससे मेघालय आज भी शांत तथा अन्य राज्यों की तुलना में पर्यटन की द्रष्टि से काफी कम कामर्सियल हुआ है|
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मेघालय की भौगोलिक स्थिति-
मेघालय, भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में से एक है, मेघालय की राजधानी शिलांग है, जो की असम की राजधानी गेटवे ऑफ़ ईस्ट गुवाहाटी से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तथा नेशनल हाईवे 6 द्वारा जुड़ा हुआ है|
मेघालय क्षेत्रफल की द्रष्टि से एक छोटा राज्य है जो की उत्तर तथा उत्तर-पूर्व दिशा में असम राज्य से घिरा हुआ है तथा दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम दिशा में बांग्लादेश के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा साझा करता है| मेघालय में घूमने की जगह को समय लेकर आने पर एकबार में पूरा किया जा सकता है|
मेघालय का मौसम तथा घूमने का सही समय-
मेघालय में वर्ष भर पर्यटक आते हैं, परन्तु अगर आप झरनों का अधिक आनंद लेना चाहते हैं और एडवेंचर के शौक़ीन हैं, तो जून से सितम्बर के बीच आ सकते हैं, परन्तु आपको वर्षा का सामना तथा उससे होने वाली समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है| इस बीच यहाँ पर सबसे अधिक वर्षा होती है, परन्तु यहाँ पर वर्षा जनित बाढ़ आदि की समस्या नहीं हैं, रोड काफी अच्छी हैं|
मेघालय में अधिक गर्मी नहीं होती है यहाँ पर सामान्य लोग के लिए सबसे अधिक अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल के बीच होता हैं|
मेघालय में घूमने की जगह और लोकप्रिय पर्यटन स्थल :
मेघालय के हर क्षेत्र को प्रक्रति का वरदान प्राप्त है इसलिए मेघालय में घूमने की जगह की कमी नहीं है, मेघालय को प्रमुख रूप से तीन अलग अलग क्षेत्रों में विभक्त किया गया है,
- खासी हिल्स क्षेत्र के पर्यटन स्थल
- जयंतिया हिल्स क्षेत्र के पर्यटन स्थल
- गारो हिल्स क्षेत्र के पर्यटन स्थल
यह सभी नाम वहाँ पर रहने वाली जातियों को भी दर्शाती हैं| सुगमता तथा समय बचत के लिए मेघालय यात्रा को इस आधार पर पूरा किया जा सकता है| पूरे मेघालय में घूमने की जगह का सुख लेने के लिए कम से कम मेरे अनुसार 7 दिन होना आवश्यक है यदि आपके पास इससे कम समय है तो आप इनमे से एक डिवीज़न को कभी बाद के लिए छोड़ सकते हैं|
खासी हिल्स क्षेत्र – खासी हिल्स डिवीज़न, मेघालय में घूमने की जगह में सबसे अधिक प्रसिद्ध है तथा यहाँ पर सबसे अधिक पर्यटक आते हैं परन्तु इसका अर्थ यह बिलकुल नहीं की अन्य क्षेत्र किंचित मात्र भी कम सुन्दर है| ईस्ट खासी हिल्स जिले के शिलांग, सोहरा क्षेत्रों में काफी पर्यटन स्थल हैं| यहाँ पर सबसे अधिक साधन तथा होटल भी उपलब्ध हैं|
- शिलांग – शिलांग, मेघालय की राजधानी भी है, यह असम की राजधानी गुवाहाटी से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, मेघालय में ट्रेन द्वारा सफ़र नहीं करा जा सकता हैं उसका निकटतम स्टेशन गुवाहटी है वहाँ से शिलांग आसानी से बस या टैक्सी के द्वारा लगभग 3 घंटे में पहुँचा जा सकता है| मेघालय में घूमने की जगह की शुरुआत शिलांग से ही होती है|
- अपर शिलांग में शिलांग पीक, एयरफोर्स म्यूजियम तथा एलीफैंट फॉल स्थित हैं| शिलांग में सबसे ज्यादा पर्यटक एलीफैंट फॉल देखने के लिए आते हैं इसे मेघालय घूमने की जगह में जरूर शामिल करना चाहिए तथा शिलांग पीक से आप पूरे शिलांग को देख सकते हैं| शिलांग पीक, मेघालय का सबसे उच्चतम स्थान है|
- शिलांग से मात्र 22 किलोमीटर की दूरी पर एडवेंचर प्रेमियों के लिए रोमांचित कर देने वाली ‘लेटलम कैनियन’ है जिसका अर्थ होता हैं पहाड़ियों का अंत, यहाँ पर आकर आपको अपने से नीचे बादल देख सकेंगे| मेघालय में घूमने की जगह में इसे शामिल न करना महँगा सौदा साबित हो सकता है|
- गुवाहाटी से शिलांग नेशनल हाईवे 6 से आने पर लगभग 16 किलोमीटर पहले उमियम लेक में आप समय बिताकर इस मेघालय की सुन्दरतम क्रत्रिम झील का आनंद ले सकते हैं| उमियम झील में आप कई तरह की स्पोर्ट एक्टिविटी भी कर सकते हैं| उमियम झील के पास में ही नेहरु पार्क भी हैं जो बच्चो के मनोरंजन तथा वाकिंग करने वालो के लिए अच्छी जगह है| उमियम लेक से ही आप मेघालय में घूमने की जगह की शुरुआत कर सकते है|
- शिलांग से 26 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मावफलांग पवित्र वन पड़ता हैं, जहाँ आप गाइड के साथ जाकर घूम सकते हैं, मान्यता हैं की इस वन की रक्षा स्वयं खासी जनजाति के देवता ‘लबासा’ करते हैं| यहाँ के वन से बिना उनकी मर्जी के कोई कुछ ले कर नहीं जा सकते हैं|
- शिलांग से मौसिनराम लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित हैं, जिसे प्रक्रति से प्रेम करने वाले लोग बिलकुल मिस नहीं कर सकते हैं, यहाँ कई प्राक्रतिक झरने तथा गुफाएं स्थित हैं| मौसिनराम में पूरे विश्व में सबसे अधिक वर्षा होने का विश्व रिकॉर्ड है|
- सोहरा – शिलांग से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सोहरा जहाँ पर कई पर्यटन स्थल हैं, जिसे आम प्रचलन की भाषा में चेरापूंजी के नाम से भी नाम से जाना जाता है, जिसका अर्थ संतरों की भूमि है| सोहरा का स्थान मेघालय में घूमने की जगह में सबसे ऊपर है|
- शिलांग से 62 किलोमीटर की दूरी पर स्थित डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज जाये बिना मेघालय में घूमने की जगह पूरी नहीं हो सकती है| लगभग 3 किलोमीटर की ट्रेकिंग जो की 3500 सीढियाँ ढाई घंटे में उतरकर खुबसूरत झरने के बीच जड़ों से बने डबल डेकर ब्रिज को देखकर पूरी होती है| इस पदयात्रा की थकान आप झरने में बैठकर दूर भी कर सकते हैं| यह पूरे दिन का यादगार सफ़र, थकान भरा परन्तु अविस्मरणीय अवश्य हो सकता है|
- सोहरा में मवसमाई गुफा, सेवन सिस्टर झरना, इको पार्क प्रशिद्ध स्थान हैं और ये सभी एक दूसरे से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं| 150 मीटर लम्बी चूनापत्थर से बनी मवसमाई केव काफी आकर्षक जगह है| इको पार्क बच्चो तथा फैमली के साथ समय बिताने के लिए सुन्दर स्थान है,उसी के पास से सेवन सिस्टर झरने निकलते हैं, जिसका व्यू पॉइंट 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| एडवेंचर प्रेमी मवसमाई गुफा को मेघालय में घूमने की जगह को प्रत्मिकता में शामिल करना चाहिए|
- सोहरा स्थित ‘गार्डन ऑफ़ केव्स’ अपने आप में मेघालय की पूरी झलक समेटे है, यहाँ पर कुल 11 पॉइंट हैं जिनमे झरने, गुफा आदि प्रक्रति की अविस्मरणीय सुन्दरता को समेटे हैं| गार्डन ऑफ़ केव्स का मेघालय में घूमने की जगह में अनूठा स्थान है| यहाँ का टिकट 100 रुपए प्रति व्यक्ति है|
- मावलिननांग गाँव को 2003 में एशिया का सबसे स्वच्छतम गाँव का अवार्ड मिला था, 100 प्रतिशत साक्षरता वाले इस गाँव की सफाई, रहने का ढंग, लिविंग रूट ब्रिज आदि देखने के लिए विदेशों से भी पर्यटक आते हैं| शिलांग से 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह गाँव प्लास्टिक मुक्त गाँव हैं| मावलिननांग गाँव आप जयंतिया हिल्स में स्थित डावकी आदि के साथ घूम सकते हैं क्योकि यह गाँव हैं तो खासी हिल्स जिले में परन्तु नजदीक जयंतिया हिल जिले से अधिक हैं| यहाँ पर सिंगल लिविंग रूट ब्रिज भी हैं वह भी आप जा सकते हैं| मेघालय में घूमने की जगह में इस स्थान का नाम विदेशों में भी चर्चित है|
- सोहरा में स्थित नोहकलिकाई जलप्रपात जो की भारत का तीसरा सबसे ऊँचा जलप्रपात हैं, इसकी ऊंचाई 1115 फीट (340 मीटर) है| यहाँ काफी लोकल सामान की दुकान भी लगती हैं, काफी संख्या में पर्यटक इसे देखने आते हैं बारिश के समय इसे मेघालय में घूमने की जगह की सूची से नहीं हटाया जा सकता है| यहाँ से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अरवाह केव भी प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक है| वाह-काबा फाल्स भी काफी आकर्षक जगह हैं जो की सोहरा से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शिलांग जाते समय रोड पर ही पड़ता है|
जयंतिया हिल्स क्षेत्र – शिलांग से जोवाइ 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो की वेस्ट जयंतिया हिल्स जिले का मुख्यालय है, खासी हिल्स की तरह ही जयंतिया हिल्स में भी वर्ष भर पर्यटक आते हैं| यहाँ पर कई स्थान ऐसे हैं जिनके बिना मेघालय में घूमने की जगह पूरी नहीं कही जा सकती|
- डॉकी शहर, वेस्ट जयंतिया हिल्स जिले का सबसे खूबसूरत शहर में से एक है, जो की बांग्लादेश से सीमा से जुड़ा है और ट्रेड की द्रष्टि से अत्यंत व्यस्त है| यहाँ स्थित उमंगोट नदी, मेघालय के प्रमुख आकर्षण के केंद्र में से एक है, इसे प्रचलन की भाषा में डॉकी रिवर के नाम से भी जाना जाता है| शीशे की तरह साफ इस नदी का जल कभी कभी इतना अधिक क्रिस्टल क्लियर हो जाता है की नाव की छाया नदी के अंदर बनती हुई दिखायी देती है, तथा नाव हवा में प्रतीत होती है| डॉकी, मेघालय में घूमने की जगह में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है| पास में ही बांग्लादेश का बॉर्डर भी स्थित है जहाँ से काफी आयात निर्यात होता है|
- करांग सूरी वाटरफॉल प्रक्रति के बनाये हुए ऐसे द्रश्यों में से एक हैं जहाँ पर जाकर आप सबकुछ भूल कर आप नेचर में डूब जायेंगे| यहाँ 50 रुपया का टिकट है, बोटिंग के लिए आपको अलग से टिकट लेना होगा| एडवेंचर प्रेमी यह स्थान मेघालय में घूमने की जगह में जरूर शामिल करें|
- फेफे जलप्रपात जिसे पैराडाइस वॉटरफॉल के नाम से भी जाना जाता है, शांतप्रिय तथा नेचर से प्रेम करने वालों के लिए ये सच में किसी स्वर्ग से कम नहीं है|
- जयंती शक्तिपीठ जहाँ पर मान्यता है कि माँ सती का बाँया जांघ का भाग गिरा था,मेघालय में घूमने की जगह में 600 वर्ष पुराने नार्तियंग दुर्गा मंदिर में दूर दूर से श्रद्धालु आते है| यह स्थान भी आपकी मेघालय में घूमने की जगह की सूची में हो सकता है|
- जोवाइ से 9 किलोमीटर की दूर स्थित त्यर्शी जलप्रपात 20 मिनट की पैदल यात्रा कर के आप नीचे वॉटरफॉल तक पहुँच सकते हैं, एलीफैंट जलप्रपात से दुगने से भी अधिक बड़ा शांति पसंद करने वालो के लिए उत्तम स्थान है| यहाँ के लिए साधन कम होने के कारण लोग कम पहुँच पाते हैं, जिससे यहाँ की सुन्दरता में और चार चाँद लग जाते हैं|
- थाडलस्किन झील जिसे पुंज साजर नांगली के नाम से भी जाना जाता है, यह मानव निर्मित झील, नेशनल हाईवे 6 के समीप मुखला नामक गाँव में स्थित हैं, यह धार्मिक झील, जोवाई में पिकनिक के लिए सबसे उत्तम जगह में से एक हैं|
- लालोंग पार्क जोवाइ के छिपे हुए रत्नों में से एक है, यह पार्क परिवार, मित्रो या कपल इत्यादि के लिए पिकनिक की द्रष्टि से उत्तम स्थान है|
गारो हिल्स क्षेत्र – गारो हिल्स क्षेत्र में साधन कम सुलभ होने के कारण पर्यटक कम पहुँच पाते हैं, जिसकी वजह से आज भी यहाँ प्रक्रति से निकटता अन्य जगह की तुलना में काफी अधिक है| तुरा, वेस्ट गारो हिल्स जिला का मुख्यालय है जो कि शिलांग के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर है| अगर गारो हिल्स आपके मेघालय में घूमने की जगह में शामिल हैं तो इन जगहों में अवश्य आना चाहिए|
- तुरा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पेल्गा जलप्रपात, शांत वातावरण में जल के तीव्र वेग से उत्पन्न आवाज का क्रन्दन आपको रोमांच से भर देगा जिसमे आप अकेले भी घंटो उस हरे भरे वन के बीच में घंटो बैठ सकते है| यहाँ पर पानी में उतरना सुरक्षा की द्रष्टि से ठीक नहीं है|
- असंख्य पक्षियों के मधुर कलरव तथा हरे वनों से आच्छादित पर्वतों के बीच से होते हुए तुरा टाउन से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तुरा पीक आपको स्वर्गारोहण के जैसा सुख प्रदान करता है, अगर यह यात्रा सुबह जल्दी शुरु की जाये तो और भी अच्छा रहेगा| गारो क्षेत्र में आने वाले पर्यटक मेघालय में घूमने की जगह में इसे अवश्य शामिल करते हैं|
- साउथ गारो हिल्स जिले में स्थित चूनापत्थर से बनी सिजू गुफा एडवेंचर प्रेमियों के लिए एक रोमांचक स्थान है, आप इसे मेघालय में घूमने की जगह में शामिल कर के जीवन भर के लिए कुछ अलग तरह के यादगार पल संजो सकते हैं| साउथ गारो हिल्स जिले का एक मात्र टाउन बाघमारा में स्थित यह 4 किलोमीटर से भी अधिक लम्बी, सिजू केव जिसका एक छोर सिमसैंग नदी की ओर खुलता है| इस गुफा का अधिकांश भाग पानी से भरा रहता हैं, इस केव को ‘बैट केव’ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस गुफा में चमगादड़ काफी संख्या में है|
- सिजू केव से लगभग 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक ऐसा अज्ञात स्थान जो आज भी 90 प्रतिशत पर्यटकों से अछुता है, वारी चोरा दो पहाड़ों की खड़ी चट्टानों के बीच से गुजरती रोंगदिक नदी तथा आस पास के घने जंगल, पक्षियों की आवाजों का सम्मिलित रूप किसी दूसरी दुनिया की कल्पना कराता है, वारी चोरा की सुन्दरता को शब्दों में बयाँ करना कठिन है, यह धरती की उन जगहों में से एक हो सकती है जिसे आप देखकर प्रक्रति की सुन्दरता की कल्पना कर सकते हैं| गारो क्षेत्र में आने पर आपको वारी चोरा अवश्य ही मेघालय में घूमने की जगह में शामिल होना चाहिए|
मेघालय के बारे में रोचक तथ्य-
- भारत का मेघालय राज्य सिर्फ एक अन्तर्राज्यीय सीमा असम के साथ तथा एक अन्तराष्ट्रीय सीमा बांग्लादेश के साथ साझा करता है| मेघालय के अतिरिक्त सिक्किम भी एक अन्तर्राज्यीय सीमा पश्चिम बंगाल के साथ साझा करता है, परन्तु वह 3 अन्तराष्ट्रीय सीमा नेपाल, भूटान तथा चीन के साथ करता है|
- मेघालय में प्रमुख रूप से तीन जनजातियाँ रहती है गारो, खासी, जयंतिया जिसमें खासी समुदाय बहुसंख्यक हैं जो कुल जनसंख्या का लगभग 48% से भी अधिक है, जनजातियो के आधार पर यहाँ प्रमुख भागोलिक क्षेत्र हैं गारो हिल्स, खासी हिल्स तथा जयंतिया हिल्स|
- मेघालय मे इंग्लिश भाषा को राज्य भाषा के तौर पर अपनाया गया है परन्तु कबीला सिस्टम होने के कारण यहाँ सभी जनजातियों की अपनी भाषा हैं जिनमे गारो, खासी तथा पनार भाषा प्रमुख हैं, पनार भाषा को जयंतिया के नाम से भी जाना जाता है|
- मेघालय का पारंपरिक वंगाला महोत्सव जिसे 100 ड्रम के त्योहार के नाम से भी जाना जाता है, गारो जनजाति के बीच सबसे धूमधाम से मनाया जाने वाला है, इस फसल उत्सव मे उर्वरा के देवता सालजोंग के प्रति क्रतज्ञता व्यक्त की जाती है|
- मेघालय के मौसिनराम स्थान के पास सर्वाधिक वर्षा का विश्व रिकॉर्ड है, गिनीज बुक ऑफ़ वर्ड रिकॉर्ड के अनुसार 1985 में 26000 मिलीमीटर वर्षा हुई थी जबकि यहाँ पर सालाना औसतन वर्षा 11872 मिलीमीटर वर्षा होती है|
- मेघालय की 75 प्रतिशत जनसंख्या ईसाई धर्म को मानती है| यहाँ पर काफी संख्या में सुन्दर चर्च हैं, आजादी के पहले यूरोपीय मिशनरियों का काफी प्रभाव यहाँ रहा है|
- मेघालय में धान तथा मक्का मुख्य फसल हैं परन्तु यहाँ पर किसान संतरा, नींबू तथा पाइनएप्पल की भी पैदावार अधिक मात्रा में कर के उसको बेचते हैं|
- शिलांग पीक, मेघालय का उच्चतम शिखर है, यह मेघालय की राजधानी तथा सबसे बड़े शहर शिलांग में स्थित है|
मेघालय जाने से पहले जाने कुछ जरुरी बातें –
मेघालय के लिए बैग पैक करने से पहले मेघालय के बारे में कुछ सामान्य बातें जान लेना आवश्यक है| मेघालय यात्रा में आपके पास रेनकोट होना आवश्यक है क्योकि यहाँ काफी जल्दी जल्दी मौसम बदलता रहता है| मेघालय में काफी ऐसी जगह हैं जहाँ आपको ज्यादा सीडियाँ चढना और उतरना पड़ेगा, इस हिसाब से आपको अपनी फिटनेस का आकलन कर लेना चाहिए| मेघालय में घूमने की जगह हर क्षेत्र में है इसलिए निजी गाड़ी से यात्रा करते समय दिशाओं का ज्ञान अच्छा होना फायदेमंद हो सकता है, कई स्थानों पर गूगल मैप को अच्छा विकल्प नहीं माना जा सकता है|
मेघालय में घूमने की जगह जाननें से पहले एक बात और अवश्य ध्यान रखने वाली है कि अगर आप शुद्ध शाकाहारी हैं तो आपको भोजन आदि के लिए थोडा पहले से प्लान करके चलना पड़ेगा तथा हो सकता हैं सामान्य से आपको कुछ अधिक खर्चा करना पड़े| शिलांग में तो प्योर वेज के काफी ऑप्शन आपके पास हैं, ब्रेकफास्ट के लिए आप पोलिश बाज़ार में दिल्ली मिष्ठान भंडार या यूपी स्वीट मीट तथा सोहरा में आप प्रशिद्ध ऑरेंज रूट्स रेस्तरां, तुरा में ओपन हैण्ड आदि काफी अच्छे ऑप्सन हैं|
मेघालय कैसे पहुंचें?
- हवाई मार्ग द्वारा- मेघालय के शिलांग एयरपोर्ट से भारत के सभी महानगरों के लिए डेली हवाई यात्रा उपलब्ध है तथा शिलांग एयरपोर्ट पूर्वोत्तर भारत के सभी प्रमुख शहरों को भी जोड़ता है|
- रेलमार्ग के द्वारा – मेघालय एक पर्वतीय राज्य है जिसके कारण यहाँ रेलमार्ग की सीधी सुविधा उपलब्ध नहीं है, मेघालय की राजधानी शिलांग से 100 किलोमीटर की दूरी पर असम की राजधानी गुवाहाटी प्रमुख रेलवे स्टेशन है, जहाँ से प्रत्येक समय आसानी से बस तथा टैक्सी की सुविधा उपलब्ध रहती है|
- सड़क मार्ग द्वारा- राष्ट्रीय राजमार्ग 106, 44 तथा 6 प्रमुख नेशनल हाईवे है, मेघालय पर्वतीय राज्य होने के बावजूद रोड़ काफी अच्छी है| शिलांग से हर जगह की आसानी से टैक्सी मिल सकती हैं, सरकारी बसे भी सभी स्थान के लिए सुलभ है|
- यदि आपको हिल स्टेशन में गाड़ी चलाने का अनुभव है तो अपने साधन से आकर आसानी से यहाँ घूम सकते हैं| मैंने मेघालय, असम, राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा आदि अनेक राज्यों की यात्रा स्वयं के साधन से की हैं, किसी अन्य प्रकार की जानकारी आप हमसे हमारे संपर्क माध्यमों के द्वारा पूछ सकते है|
मेघालय में रुकने का स्थान-
मेघालय में रुकने के लिए सबसे उत्तम स्थान शिलांग में है, इसके आलावा मेघालय की टूरिस्ट वेबसाइट में आप रुकने का स्थान चेक कर सकते हैं| इसके अलावा वेस्ट जयंतिया हिल्स के हेड क्वाटर्स जोवाई तथा वेस्ट गारो हिल्स के हेड क्वाटर्स तुरा में भी रुकने की काफी व्यवस्था हैं| मेघालय में होमस्टे मालूम करने में आसानी से मिल सकते हैं| मावलिननांग गाँव के अंदर काफी होम स्टे उपलब्ध है| आप कुछ मोलभाव भी कर सकते हैं| मेघालय में सामान्यता अन्य राज्य की तुलना में रुकने का खर्च ज्यादा आता है| मेघालय में घूमने की जगह को आप मेघालय के दो अलग अलग क्षेत्रों में रहकर पूरा कर सकते है|
FAQ-
प्रश्न- वंगाला महोत्सव कहाँ मनाया जाता है?
उत्तर- वंगाला महोत्सव, मेघालय की गारो जनजाति का प्रमुख त्योहार है, वंगाला फेस्टिवल को 100 ड्रम का फेस्टिवल भी कहा जाता है|
प्रश्न- मेघालय में घूमने की जगह कौन कौन सी है?
उत्तर- मेघालय में घूमने की जगह की गिनती नहीं की जा सकती, आज भी काफी अज्ञात वॉटरफॉल तथा गुफाये है, परन्तु डबल लिविंग रूट ब्रिज, डॉकी रिवर, मवसमाई गुफा, सेवन सिस्टर झरना, एलीफैंट झरना, मावलिननांग गाँव, करांग सूरी वाटरफॉल, गार्डन ऑफ़ केव्स आदि को बिना देखे मेघालय यात्रा पूरी नहीं कही जा सकती है|
प्रश्न- मेघालय की राजभाषा कौन सी है?
उत्तर– मेघालय की 75% प्रतिशत जनसंख्या इसाई धर्म को मानती हैं, यहाँ की राजभाषा इंग्लिश है|
प्रश्न- मेघालय घूमने में कितना खर्चा आयेगा?
उत्तर- यात्रा बजट बनाना काफी व्यकितगत विषय हैं फिर भी सामान्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अगर दो व्यक्ति साथ में 4 रात्रि तथा 5 दिनों का प्लान करे तथा जितना अधिकतम हो सके सार्वजनिक गाड़ियों या शेयरिंग टैक्सी का इस्तेमाल करते हैं तो आप का कम से कम प्रति व्यक्ति होटल, भोजन, परिवहन, पर्यटन स्थानों की टिकट को मिलाकर 9 से 11 हजार के बीच आ सकता हैं, परन्तु 5 दिनों में पूरा मेघालय अच्छे से घूमना संभव नहीं है|
प्रश्न- मेघालय में कौन कौन सी जनजाति निवास करती है?
उत्तर- मेघालय में गारो, खासी तथा जयंतिया मुख्य जनजातियाँ निवास करती हैं जिनमे बहुसंख्यक खासी समुदाय कुल मेघालय की आबादी का 48 प्रतिशत से अधिक है|
प्रश्न- विश्व में सबसे अधिक वर्षा कहाँ पर होती है?
उत्तर- विश्व में होने वाली सबसे अधिक वर्षा का विश्व रिकॉर्ड मेघालय के मौसिनराम के पास है इसे भी आप मेघालय में घूमने की जगह में शामिल कर सकते है|
निष्कर्ष-
‘मेघालय में घूमने की जगह’ लेख में हमने मेघालय यात्रा से जुडी हर एक चीज को संक्षेप में जोड़ने की कोशिश की है, हर पहलू पर नजर डालने की कोशिश की है जो आपकी यात्रा और सुखद बना सके परन्तु पूर्णता बिना आपके सुझावों के अधूरी है|
किसी त्रुटी के होने या मेघालय यात्रा से सम्बंधित किसी प्रश्न के लिए आप हमे मेल या दिए गये सोशल मीडिया लिंक में पूछ सकते है, हमे आपके प्रश्नों तथा आपके सुझावों का इंतजार रहेगा| ‘मेघालय में घूमने की जगह’ लेख के कई तथ्य मेघालय टूरिज्म की आधिकारिक वेबसाइट से लिए गये हैं, इसी तरह के अन्य लेख पड़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट ‘अंजान रास्ते‘ देख सकते हैं| धन्यवाद|
Nice information 👌