अक्टूबर का महीना मौसम के लिहाज से भी बहुत सुहावना होता है, अक्टूबर के समय भारत में समाप्त होते मानसून के मौसम तथा सर्दियों की शुरुआत इस समय को और अधिक पर्यटकों के अनुकूल बनाती है| आइये जानते है अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह के बारे में और वहाँ की खास बातें|
गाँधी जयंती, दुर्गा पूजा, दशहरा से लेकर दीपावली के बीच पड़ने वाली छुट्टियों में हर घूमने वाले की चाह होती है की किसी न किसी एक सुन्दर सी जगह में परिवार के साथ कुछ पल बिताया जाये|
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अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह
भारत देश में जहाँ का हर गाँव ही अपने आप में कुछ न कुछ विशेषता से भरा हुआ है, वहाँ सिर्फ 10 सर्वश्रेष्ठ स्थानों का चुनाव करना, कुछ स्थानों के साथ अवश्य ही गलत होगा| इस लिस्ट को बनाते समय इस बात का ध्यान रखा गया है की किसी एक राज्य के एक ही स्थान को “अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह” में शामिल किया जाये|
क्रमांक | स्थान | राज्य | विशेषता |
1. | ऋषिकेश | उत्तराखंड | वर्ड कैपिटल ऑफ़ योगा |
2. | स्पीति घाटी | हिमाचल प्रदेश | लिटिल तिब्बत |
3. | हम्पी | कर्नाटक | खंडहरों का शहर |
4. | दार्जिलिंग | पश्चिम बंगाल | क्वीन ऑफ़ द हिल्स |
5. | वायनाड | केरल | ग्रीन पैराडाइस |
6. | लद्दाख | लद्दाख | द मून लैंड |
7. | कश्मीर | जम्मू और कश्मीर | पैराडाइस ऑन अर्थ |
8. | जैसलमेर | राजस्थान | गोल्डन सिटी |
9. | जीरो | अरुणाचल प्रदेश | अज्ञात स्वर्ग |
10. | वाराणसी | उत्तर प्रदेश | भारत की आध्यात्मिक राजधानी |
अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह की विस्तृत जानकारी
आइये जानते है अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह के बारे में विस्तार से की क्या है कहाँ पर खास और आपको क्यों जाना चाहिये उस स्थान पर|
1.ऋषिकेश
हिमालय की तलहटी में, गंगा नदी के किनारे बसा ऋषिकेश, योग तथा तपोस्थली के रूप में पूरे विश्व में जाना जाता है| त्रिवेणी घाट की गंगा आरती से लेकर, अनगिनत मंदिरों की चारों ओर फैली हुयी ऊर्जा, पहाड़ों से कल कल करती हुयी गंगा का द्रश्य तथा दूर दूर तक फैले हिमालय के तलहटी के हरे भरे पहाड़ और न जाने क्या क्या इस स्थान को अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह में प्रथम स्थान देने से न रोक पाया|
परिवार के साथ हो या एकांत पसंद हो, यह स्थान सभी के लिए अक्टूबर के पर्यटन स्थल में सर्वश्रेष्ठ हो सकता है| रोप क्लाइम्बिंग, बंजी जंपिंग, रिवर राफ्टिंग आदि तरह तरह की रोमांचक एक्टिविटी के लिए भी यह स्थान प्रसिद्ध है|
ऋषिकेश में घूमने की जगह- त्रिवेणी घाट, लक्ष्मण झूला, वशिष्ठ आश्रम, बीटल्स आश्रम, शिवपुरी, 13 मंजिल मंदिर (त्र्यम्बकेश्वर मंदिर), नीलकंठ महादेव मंदिर, परमार्थ निकेतन आश्रम, कुंजापुरी मंदिर, स्वर्गाश्रम और जम्पिन हाइट्स आदि प्रमुख स्थान हैं| 70 किलोमीटर की दूरी पर मसूरी भी प्रमुख पर्यटन स्थल है|
कैसे पहुँचे- ऋषिकेश से नजदीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| यहाँ से सबसे नजदीक देहरादून का जॉली ग्रांट एअरपोर्ट भी लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है| रेलवे स्टेशन तथा एअरपोर्ट से आसानी से टैक्सी तथा बस की सुविधा प्राप्त हो जाती है|
लोकेशन- उत्तराखंड
2.स्पीति घाटी
अगर आपको जीवन में एडवेंचर पसंद है और सर्दियों के शुरुआत में ही स्नो फॉल और अच्छी सर्दी का अनुभव करना चाहते हैं तो यह स्थान आपके लिये सबसे उपयुक्त है| लगभग 12500 फीट की ऊँचाई पर स्थित स्पीति घाटी तक पहुँचने का सफ़र भी कोई पर्यटन स्थल से कम नहीं, चारों तरफ बर्फ, ठंडा रेगिस्तान और घुमावदार सड़कें और तेज चलने वाली हवाएं आपको रोमांच से भर देंगी| जहाँ लगभग 250 दिन ही सूर्य निकलता हो उस स्थान को सुंदर द्रश्यों तथा प्रक्रति की सुन्दरतम कृतियो को देखने के लिए अवश्य ही अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल करना चाहिये|
स्पीति घाटी में घूमने की जगह- चंद्रताल झील, किब्बर, कुंजुम दर्रा, कीय मोनेस्ट्री, ताबो मोनेस्ट्री, धनकर लेक, सूरज ताल, गंडोला मोनेस्ट्री, पिन वैली नेशनल पार्क, काजा|
कैसे पहुँचे- स्पीति वैली से निकटतम एअरपोर्ट 225 किलोमीटर दूर कुल्लू मनाली का है परन्तु यहाँ फ्लाइट काफी सीमित हैं| हवाई यात्रा तथा ट्रेन से यहाँ पहुंचने के लिए लगभग 450 किलोमीटर दूर चंडीगढ़ में शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा तथा चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन है| यहाँ से बस तथा टैक्सी के माध्यम से आप स्पीति पहुँच सकते हैं| काफी लोग अपने निजी साधन या बाइक से भी यहाँ तक पहुँचते है|
लोकेशन- हिमाचल प्रदेश
3.हम्पी
प्राचीन काल में विजयनगर साम्राज्य की राजधानी रहा हम्पी इतिहास से प्रेम करने वाले व्यक्तियों के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान है| तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित यह स्थान सैकड़ो प्राचीन मंदिर तथा स्मारकों के अवशेषों का केंद्र है जो यहाँ के समृद्धशाली इतिहास को दर्शाता है| यूनेस्को द्वारा 1986 ईसवी में हम्पी को विश्व विरासत स्थल में शामिल करा गया|
रामायण तथा प्राचीन ग्रंथों में भी इस समृद्ध सभ्यता का वर्णन पंपा तीर्थक्षेत्र के रूप में मिलता है, जो की तुंगभद्रा नदी का प्राचीन नाम है| भारत सरकार द्वारा लाये गये 50 रूपये के नये नोट में छपी हुयी आकृति, हम्पी में स्थित पत्थर के रथ की है जो इस स्थान की महत्ता को दर्शाती है| भारतीय संस्कृति में रूचि रखने वाले व्यक्तियों को जरुर इस स्थान को अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह में जगह देनी चाहिये|
हम्पी में घूमने की जगह- विरूपाक्ष मंदिर, हेमकूट पहाड़ी तथा मंदिर, विट्ठल मंदिर तथा उसके संगीतमय पिलर, हजारा राम मंदिर, वीरभद्र मंदिर, ओर्कियोलॉजिकल म्यूजियम, हम्पी बाजार, बन्दर मंदिर, क्कींस बाथ|
कैसे पहुँचे- कर्नाटक में आप किसी भी स्थान से सड़क मार्ग द्वारा हम्पी पहुँच सकते हैं| बंगलौर अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट से 360 किलोमीटर दूर हम्पी आप आसानी से 6 से 7 घंटे का सफ़र कर के अपने साधन से पहुंच सकते हैं| हम्पी से 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित होसपेट रेलवे स्टेशन से सभी स्थानों की ट्रेन सुलभ हैं| हम्पी से 65 किलोमीटर दूर बेल्लारी एअरपोर्ट भी है परन्तु यहाँ से उड़ाने काफी सीमित हैं|
लोकेशन- कर्नाटक
4.दार्जिलिंग
चाय के खूबसूरत बागानों तथा चाय के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध दार्जिलिंग हर पर्यटक के लिए एक सपना होता है| पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग को ‘क्वीन ऑफ़ द हिल्स’ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहाँ जैसी अद्भुत प्राकृतिक सुन्दरता तथा मनोहर द्रश्य और कहीं नहीं मिलते हैं| अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह में दार्जिलिंग परिवार तथा बच्चों के साथ घूमने के लिये सबसे उपयुक्त हिल स्टेशन है| यहाँ स्थित हिमालयन रेलवे को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में स्थान मिला है| समुद्र तल से 6700 फीट की ऊँचाई पर स्थित दार्जिलिंग से कंचनजंघा का दृश्य किसी जादुई सपने से कम नहीं लगता है|
दार्जिलिंग में घूमने की जगह- कर्नाटक टाइगर हिल, बतासिया लूप, पीस पैगोडा, घूम मोनेस्ट्री, रॉक गार्डन, हिमालयन मौन्तैनीरिंग इंस्टीटूट, नेओरा वैली नेशनल पार्क, हैप्पी वैली टी स्टेट, चोव्रास्ता मॉल रोड, दार्जिलिंग रंजित वैली, दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, संताक्फु ट्रेक|
कैसे पहुँचे- दार्जिलिंग का निकटतम एअरपोर्ट 70 किलोमीटर दूर बागडोगरा में है| न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन भी यहाँ से 75 किलोमीटर की दूरी पर है| बस तथा टैक्सी की भरपूर सुविधा हमेशा सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग के लिए उपलब्ध रहती हैं|
लोकेशन- पश्चिम बंगाल
5.वायनाड
केरल के उत्तर दिशा में स्थित वायनाड शांतिपूर्ण, सुकून तथा प्रदूषण रहित अद्वितीय पर्यटन स्थल है| घने जंगलों में बसा प्रकृति की हर एक खूबसूरती को समेटे हुए वायनाड, अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह में परिवार के साथ एक बेहतरीन विकल्प है| मसालों के बागान की खुशबू से लेकर, हरे भरे पहाड़, गुफाएँ, झरने, वन्यजीव, हिल स्टेशन की वादियाँ तथा एडवेंचर एक्टिविटी सभी को वायनाड अपने में समेटे हुए है| अगर आप जीवन के कुछ पल हरे भरे जंगलों के बीच शांति के साथ बिताना चाहते है तो आपको जरुर एक बार वायनाड घूमना चाहिये|
वायनाड में घूमने की जगह- चेम्ब्रा पीक, सूचिपारा वॉटरफॉल, कुरुवाद्वीप, एडक्कल केव, अत्तामाला, फैंटम रॉक, मड्डीबूट्स ज़िपलाइन, 900 कंडी इको पार्क में स्थित ग्लास ब्रिज, थोल्पेत्टी फारेस्ट सफारी, बानासुरा सागर डैम, वेल्लारिमाला ज़िपलाइन, कुरुम्बालाकोत्ता, टी स्टेट, लक्कीडी व्यू पॉइंट|
कैसे पहुँचे- वायनाड में कोई भी एअरपोर्ट या रेलवे स्टेशन नहीं है| वायनाड का निकटतम एअरपोर्ट तथा रेलवे स्टेशन 90 किलोमीटर दूर कोझीकोड में स्थित है| कोझीकोड में कालीकट अन्तर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा है, यहाँ से आसानी से आप टैक्सी तथा बस द्वारा वायनाड पहुँच सकते है|
लोकेशन- केरल
6.लद्दाख
भारत के सबसे उत्तरी भाग में स्थित, भारत का केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख साहसिक गतिविधियों तथा सुन्दर दृश्यों के लिए सबसे उत्तम स्थान है| लद्दाख में पर्यटन के लिये अक्टूबर माह सीजन का अंतिम माह है, इस समय लद्दाख अपने सबसे ख़ूबसूरत रूप में देखने को मिलता है| सर्दी की शुरुआत में ही आप यहाँ कड़ाके की ठण्ड का अनुभव कर सकते हैं| अक्टूबर में लद्दाख का तापमान अधिकतम 14 डिग्री से न्यूनतम -2 डिग्री तक चला जाता है|
लगभग 6000 मीटर की औसत ऊँचाई पर स्थित होने के कारण यहाँ बारिश वर्षभर में नाममात्र 13 दिन होती है| भारत का एकमात्र ठंडा रेगिस्तान लद्दाख तिब्बत, बौद्ध, हिन्दू, मुस्लिम आदि के संगम से एक अनोखी संस्कृति बनाता है| ऊँचे ऊँचे पहाड़, दर्रे, नीला आकाश, मठ, झील, महल आदि मिलकर इस स्थान को इतना सुन्दर बनाते है कि इसकी किसी से तुलना नहीं की जा सकती है| बाइकिंग, पर्वतारोहन, एडवेंचर एक्टिविटी, सुन्दर प्राकृतिक दृश्यों, शांति तथा कड़ाके की ठण्ड का आनंद लेने के लिए लद्दाख को जरुर अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल करना चाहिये|
लद्दाख में घूमने की जगह- पैंगोंग झील, ग्रेविटी हिल, लेह पैलेस, गुरुद्वरा पाथर साहिब, शांति स्तूप, खारदुंगला पास, डिस्किट मठ, नुब्रा घाटी, हेमिस मठ, हेमिस राष्ट्रीय उद्यान, चादर ट्रैक|
कैसे पहुँचे- लद्दाख पहुँचने के लिये सबसे आसान तरीका वायुमार्ग है| भारतीय सेना की मदद से चलाया जाने वाला, भारत में सबसे अधिक ऊँचाई में स्थित कुशोक बकुआ रिम्पोछे एअरपोर्ट से दिल्ली के लिये रोजाना काफी उड़ाने उपलब्ध हैं| रेलमार्ग की सुविधा यहाँ के लिये उपलब्ध नहीं है| रेल के द्वारा आप जम्मू तक आ सकते हैं|
लद्दाख पहुँचने के सड़क मार्ग के दो प्रमुख मार्ग है| श्रीनगर से लद्दाख सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला मार्ग है जिसकी दूरी 425 किलोमीटर है| दूसरा रास्ता हिमाचल प्रदेश के मनाली से लद्दाख का हैं जिसकी दूरी 435 किलोमीटर के लगभग है| श्रीनगर तथा मनाली दोनों स्थान से बस तथा टैक्सी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध रहती हैं| काफी पर्यटक इन दोनों स्थान से बाइकिंग कर भी लेह पहुँचते हैं|
लोकेशन- लद्दाख
7.कश्मीर
वादियों के पर्याय कश्मीर को भारत का स्विट्जरलैंड कहा जाता है| कश्मीर जाना हर एक पर्यटक का सपना होता है| चारों और बर्फ से ढके हुए ऊँचे ऊँचे पर्वत, चिनार तथा देवदार के वृक्ष, सेब तथा केसर की खेती आदि पर्यटकों के लिए खुली आँखों से सपना देखने के समान है| श्रीनगर में स्थित डल लेक में शिकारा की सवारी और लेक में फैली बाजार और चारों ओर के मनमोहक दृश्य आपको एक अलग दुनिया में ले जाते हैं जिसकी आप बिना जाये कल्पना नहीं कर सकते हैं |
अक्टूबर माह के बाद यहाँ काफी अधिक सर्दी तथा बर्फबारी शुरू हो जाती है| अक्टूबर में कश्मीर का तापमान 15 से 25 डिग्री के बीच रहता है| प्रकृति की सुन्दरतम कृतियों तथा धरती के स्वर्ग को देखने के लिये कश्मीर को अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल करना चाहिये|
कश्मीर में घूमने की जगह- श्रीनगर, पहलगाम, गुलमर्ग, सोनमर्ग, बेताब वैली|
कैसे पहुँचे- कश्मीर के श्रीनगर में स्थित एअरपोर्ट, कश्मीर तक पहुँचने के लिए सबसे तेज साधन में से एक है| आप जम्मू तवी रेलवे स्टेशन पहुँच कर 250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित श्रीनगर पहुँच कर अपनी यात्रा प्रारम्भ कर सकते हैं| जम्मू से टैक्सी तथा बस की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध हैं|
लोकेशन- जम्मू और कश्मीर
8.जैसलमेर
जैसलमेर का अधिकांश निर्माण पीले बलुआ पत्थर से होने के कारण यह शहर ‘गोल्डेन सिटी’ के नाम से भी जाना जाता है| पश्चिमी राजस्थान तथा थार रेगिस्तान का सबसे महत्वपूर्ण शहर जैसलमेर अपने ऐतिहासिक किलों, वहाँ की संस्कृति, म्यूजियम, भारत पाक बॉर्डर, जीप सफारी, ऊँट सफारी आदि के लिए विश्व विख्यात है| मौसम तथा राजस्थानी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को पसंद करने वालों को जैसलमेर को जरुर अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल करना चाहिये|
जैसलमेर में घूमने की जगह- जैसलमेर का किला (सोनार किला), सैम सैंड डयून्स, पटवों की हवेली, लोंगेवाला, तनोट माता मंदिर, बब्लियाँ बॉर्डर (भारत पाक बॉर्डर), वॉर म्यूजियम, व्यास छत्री, गडीसर लेक, बड़ा बाग,
कैसे पहुँचे- जैसलमेर में स्थित एअरपोर्ट आपको सभी बड़े शहर से जोड़ता है| जैसलमेर में रेलवे स्टेशन भी है जहाँ से कई शहरों की नियमित ट्रेन हैं| जैसलमेर ही क्या पूरे राजस्थान में आपको सड़क मार्ग से कहीं जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी| आप जैसलमेर के अंदर घूमने के लिए टैक्सी या स्कूटी भी ले सकते हैं|
लोकेशन- राजस्थान
9.जीरो
तेजी से विकसित होते समाज तथा औद्योगिकीकरण के दौर में जीरो जैसे स्थान धरती में काफी कम है| अद्भुत सुन्दरता के बावजूद आज भी यहाँ का, अन्य स्थानों की अपेक्षा उतना बाजारीकरण नहीं हुआ है| प्रक्रति की गोद में शांति पसंद करने वालों के लिए यह स्थान अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह में सर्वोपरि है| अरुणाचल प्रदेश के जीरो पहुँचने पर यहाँ के सुंदर द्रश्यों के अलावा अवश्य ही आपको यहाँ के स्थानीय लोगों से मिलना चाहिये तथा उनकी जीवन शैली और रीति रिवाजों को भी समझना चाहिये|
जीरो में घूमने की जगह- टैली वैली वन्यजीव अभ्यारण्य, किले पाखो, मेघना गुफा मंदिर, मिडी, पाइन ग्रोव, तारिन मछली फॉर्म, शिवलिंग, डोलो मंडो, हापोली
कैसे पहुँचे- जीरो पहुँचने के लिये नहारलागुन सबसे करीबी रेलवे स्टेशन है यहाँ से टैक्सी के माध्यम से 90 किलोमीटर दूर आप जीरो पहुँच सकते हैं| फ्लाइट के लिये गुवाहाटी इंटरनेशनल एअरपोर्ट सबसे उपयुक्त है| गुवाहाटी एअरपोर्ट से आप 402 किलोमीटर दूर जीरो बस तथा टैक्सी के माध्यम से पहुँच सकते हैं| बस का संचालन काफी सीमित हैं आपको प्लान करने के पहले बस की उपलब्धता अवश्य देखनी चाहिये| सड़क मार्ग के द्वारा स्वयं की गाड़ी से भी आप जीरो पहुँच सकते हैं|
लोकेशन- अरुणाचल प्रदेश
10. वाराणसी
भोले नाथ की नगरी काशी (वाराणसी) को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं होती है| गंगा नदी के किनारे बसा, घाटों का शहर वाराणसी को भारत की आध्यात्मिक राजधानी भी कहा जाता है| गली गली में घंटों की आवाज, महादेव की गूंज आपको धार्मिक भावना से ओतप्रोत कर देगी| भारत की संस्कृति को गहनता से समझने के लिये तथा अध्यात्म में रूचि रखने वालों को वाराणसी को जरुर अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह में शामिल करना चाहिये| अक्टूबर का मौसम वाराणसी घूमने के लिये उत्तम है|
वाराणसी में घूमने की जगह- काशी विश्वनाथ मंदिर, अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, संकट मोचन हनुमान मंदिर, मणिकर्णिका घाट, रामनगर किला, भारत माता मंदिर, आलमगीर मस्जिद, भारत कला भवन संग्रहालय, दुर्गा मंदिर, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, विशालाक्षी शक्तिपीठ|
कैसे पहुँचे- आप देश के किसी भी कोने से वाराणसी ट्रेन के माध्यम से आ सकते हैं| वाराणसी में लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा भी स्थित है| दिल्ली से 850 किमी तथा लखनऊ से वाराणसी की दूरी 300 किलोमीटर है जो की सड़क मार्ग द्वारा भी पूरी की जा सकती है| लखनऊ तथा दिल्ली से बनारस की काफी बस राज्य सरकार के द्वारा भी संचालित की जाती हैं|
लोकेशन- उत्तर प्रदेश
अक्टूबर में घूमने की 10 बेस्ट जगह में सभी स्थानों का अपना रंग है| आपको हर स्थान की खूबसूरती पढ़कर निर्णय लेना होगा की आपके लिये सबसे बेस्ट स्थान कौन हो सकता है| इन स्थानों की विस्तृत जानकारी के लिये हमारे अन्य आर्टिकल को भी पढ़ सकते हैं|
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Jankari to bahut achi h madam pr sayad kch aur jagah aap add KR skti ho sarahaniya prayas
Ji bilkul naye post me or bhi jagah add hongi lekin yeh keval top 10 jagah ki series hai
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It motivated me to plan my October trip.
Thank you
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